Facts About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए Revealed
आप चाहे तो मोहिनी वशीकरण यंत्र का प्रयोग कर सकते है.
काला कलुवा चौंसठ वीर ताल भागी तोर जहां को भेजूं वहीं को जाये मांस मज्जा को शब्द बन जाये अपना मारा, आप दिखावे चलत बाण मारूं उलट मूंठ मारूं मार मार कलुवा तेरी आस चार चौमुखा दीया मार बादी की छाती इतना काम मेरा न करे तो तुझे माता का दूध पिया हराम।
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं (अमुका) नमः सर्वजन सम्मोहनाय स्वाहा॥
विधि: पति को वश में करने का यह मन्त्र सवा लाख बार जप करने पर सिद्ध हो जाता है। प्रयोग के समय इसका एक सौ आठ बार जप करें। किसी वस्तु को मंत्राभिषिक्त कर पति को खिला दें। वह सदा आज्ञाकारी बना रहेगा।
वशीकरण एक प्राचीन आध्यात्मिक प्रक्रिया है जो भारतीय परंपराओं में जानी जाती है। यह एक रहस्यमयी कला है जिसका उपयोग किसी व्यक्ति के मन और भावनाओं को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने के लिए किया जाता है। संस्कृत में, “वशी” का अर्थ है “आकर्षित करना या नियंत्रण करना” और “करण” का अर्थ है “विधि”। इसे मुख्यतः रिश्तों को सुधारने, खोए हुए प्रेम को वापस पाने और जीवन की कठिनाइयों को हल करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
ॐ नमो आदेश गुरु को कामरु देश कामाक्षा देवी तहाँ बैठे इस्माइल जोगी, जोगी के आँगन फूल क्यारी फूल चुन-चुन लावे लोना चमारी फूल चल फूल-फूल बिगसे फूल पर बीर नरसिंह बसे जो नहीं फूल का विष कबहुं न छोड़ें मेरी आस मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।
टूटे रिश्तों को सुधारने और मजबूत करने के लिए।
जब तक वो कपडा उसके पास रहता है वो आपके आकर्षण में फंसा रहता है. हालाँकि ये मोहिनी वशीकरण मंत्र साधना प्रयोग भी स्थायी नहीं है लेकिन कुछ काल के दौरान किसी को अपने आकर्षण में बाँधने के लिए ये काफी है.
इस मंत्र की सफलता व्यक्ति की श्रद्धा, कर्म और मंत्र जाप की विधि पर निर्भर करती है।
कामाख्या वशीकरण मंत्र का उच्चारण और उसके प्रयोग की प्रक्रिया की समझ के लिए व्यक्ति को समाप्त ज्ञान, निष्काम भावना, और सही मार्गदर्शन की आवश्यकता read more होती है।
ॐ क्लीं ह्रीं श्रीं ठः ठः (अमुका) मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥
वशीकरण तंत्र विद्या का एक हिस्सा है जो मंत्रों और विशेष अनुष्ठानों के माध्यम से ऊर्जा को संचालित करता है। इसका मुख्य उद्देश्य किसी व्यक्ति के विचार और भावनाओं को सकारात्मक दिशा में प्रभावित करना है। वशीकरण का उपयोग निम्नलिखित के लिए किया जाता है:
पारिवारिक और व्यक्तिगत समस्याओं का समाधान।
पान पढ़ि खिलावे, त्रिया जोरि बिसरावे, क्षीरे त्रिया तोरा साथ नहि जावे, नाग वो नागिन फेन काढ़े, तोर मुख न हित जाए वो, रे नागा, दोहाई गुरु नानक शाही का, दोहाई डाकिन का।